PM Ujjwala Yojana 2.0 के तहत एक अब 75 लाख नए LPG कनेक्शन जारी किए । इस विस्तार से योजना के लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ तक पहुंच गयी। यह कदम ग्रामीण और गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि यह योजना महिलाओं के जीवन को आसान बना रही है और पर्यावरणीय लाभ भी दे रही है।
प्रधानमंत्री Narendra Modi Ji की PM Ujjwala Yojana का उद्देश्य गरीब परिवारों, खासकर ग्रामीण महिलाओं को साफ-सुथरी खाना पकाने की सुविधा प्रदान करना है। इससे महिलाओं को खाना बनाने के लिए लकड़ी या अन्य पारंपरिक ईंधन पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। इससे स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को फायदा हुआ है। 1 मई 2016 को शुरू की गई इस योजना ने अब तक करोड़ों महिलाओं को राहत दी है।
सरकार ने 2021 में PM Ujjwala Yojana 2.0 की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य उन गरीब परिवारों को शामिल करना था, जो पहले चरण में किसी कारणवश योजना का लाभ नहीं उठा सके थे। 2023 तक 1.60 करोड़ से अधिक नए कनेक्शन दिए जा चुके थे। अब, 2024 में सरकार ने इसे और बढ़ाते हुए 75 लाख नए कनेक्शन की घोषणा की।
इस योजना के तहत न केवल फ्री LPG कनेक्शन दिए जाते हैं, बल्कि पहली बार गैस सिलेंडर और चूल्हा भी मुफ्त प्रदान किया जाता है। साथ ही, सरकार 200 रुपये प्रति सिलेंडर की सब्सिडी भी देती है, जो एक साल में 12 सिलेंडरों तक लागू होती है।
PM Ujjwala Yojana 2.0 का फायदा कैसे उठाएं?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कुछ आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। सबसे पहले, आपको एक महिला होना चाहिए, जो गरीबी रेखा के नीचे (BPL) परिवार से आती हो। इसके साथ ही, आपका नाम SECC-2011 के डेटाबेस में होना चाहिए। अगर आपका नाम इस सूची में नहीं है, तो भी आप कुछ दस्तावेज़ों के जरिए योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी LPG वितरक के पास जाना होगा या फिर आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने आधार कार्ड, बैंक खाता और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज़ों की जरूरत होगी। खास बात यह है कि अगर आप प्रवासी हैं और आपके पास स्थायी पता नहीं है, तब भी आप सेल्फ-डिक्लरेशन के जरिए इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
इस योजना के तहत आपको एक LPG कनेक्शन, पहला गैस सिलेंडर और चूल्हा मुफ्त में मिलेगा। इसके बाद, आप सब्सिडी दरों पर सिलेंडर खरीद सकते हैं। योजना के अनुसार, प्रति परिवार एक साल में 12 सिलेंडरों तक की सब्सिडी दी जाती है।
महिलाओं को मिल रहा बड़ा लाभ
ग्रामीण और गरीब परिवारों की महिलाएं इस योजना से सबसे ज्यादा लाभान्वित हो रही हैं। पहले, उन्हें खाना बनाने के लिए जंगलों से लकड़ी लानी पड़ती थी, जिससे समय की बर्बादी होती थी और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता था। लकड़ी और अन्य पारंपरिक ईंधनों से निकलने वाला धुआं न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक था, बल्कि इससे बच्चों और बुजुर्गों को भी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता था। PM Ujjwala Yojana के जरिए महिलाओं को अब ये सब परेशानियों से छुटकारा मिल रहा है।
इसके अलावा, इस योजना ने महिलाओं को सशक्त बनाया है। जब से महिलाओं को मुफ्त में LPG कनेक्शन मिलने लगे हैं, तब से वे समय बचाकर अन्य गतिविधियों में शामिल हो रही हैं, जैसे कि घर का कामकाज या छोटे-मोटे रोजगार। इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है और समाज में उनकी भागीदारी भी बढ़ रही है।
पर्यावरण पर सकारात्मक असर
PM Ujjwala Yojana 2.0 न केवल महिलाओं और गरीब परिवारों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लकड़ी और कोयले जैसे ईंधनों के इस्तेमाल से निकलने वाला धुआं न केवल वायु प्रदूषण का कारण बनता था, बल्कि इससे ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भी बढ़ रहा था। अब LPG का उपयोग बढ़ने से जंगलों का कटाव कम हो रहा है और CO2 उत्सर्जन में भी कमी आ रही है।
कैसे बढ़ा है योजना का दायरा?
जब 2016 में यह योजना शुरू हुई थी, तब इसका लक्ष्य 8 करोड़ गरीब परिवारों को LPG कनेक्शन देना था। सितंबर 2019 तक यह लक्ष्य पूरा कर लिया गया था। इसके बाद, PM Ujjwala Yojana 2.0 के जरिए और भी अधिक गरीब परिवारों को इस योजना से जोड़ा गया। अब, 2024 में 75 लाख नए कनेक्शन जारी करने की घोषणा के बाद, यह योजना अपने तीसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है, जिसमें कुल लाभार्थियों की संख्या 10.35 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
सरकार ने LPG कनेक्शन को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। LPG Panchayat और अन्य प्रचार अभियानों के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाई जा रही है। साथ ही, ऑनलाइन आवेदन और आसान प्रक्रिया के जरिए अधिक से अधिक लोगों तक योजना का लाभ पहुंचाया जा रहा है। सरकार ने उन प्रवासी परिवारों के लिए भी विशेष प्रावधान किए हैं, जिनके पास स्थायी निवास का प्रमाण नहीं है।
आर्थिक रूप से कैसे मददगार है यह योजना?
यह योजना न केवल स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि आर्थिक रूप से भी गरीब परिवारों की मदद कर रही है। लकड़ी या कोयले के बजाय LPG के इस्तेमाल से खाना पकाने में समय की बचत होती है, जिससे महिलाएं अन्य आय-सृजन गतिविधियों में शामिल हो सकती हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी भी गरीब परिवारों के लिए राहत का काम कर रही है।
PM Ujjwala Yojana 2.0 में किए गए ये नए सुधार और 75 लाख नए कनेक्शन गरीब परिवारों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में उठाया गया कदम है। इससे महिलाओं का जीवन तो आसान हो ही रहा है, साथ ही यह योजना देश को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भी आगे ले जा रही है।