28 अगस्त 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई Surya Ghar Yojana का उद्देश्य भारत के एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से जोड़कर उन्हें 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना है। यह योजना 13 फरवरी 2024 को शुरू की गई थी और इसके तहत 75,021 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि देश के अधिक से अधिक लोग सौर ऊर्जा का उपयोग करें और इससे न केवल उनके बिजली बिल में कमी आए, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सके।
कैसे मिलेगा यह फायदा?
Surya Ghar Yojana के तहत, अगर आपके घर की छत पर सौर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त जगह है, तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए आपको सरकार द्वारा दिए गए राष्ट्रीय पोर्टल पर जाकर पंजीकरण करना होगा। पोर्टल पर अपने राज्य, बिजली वितरण कंपनी, उपभोक्ता संख्या, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी जानकारी दर्ज करनी होगी। इसके बाद आपको पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी करनी होगी और अपने लिए एक उपयुक्त वेंडर चुनना होगा जो आपके घर पर सौर पैनल लगाएगा।
सब्सिडी और ऋण की सुविधा
इस योजना के अंतर्गत, सरकार द्वारा 2 किलोवाट तक के सिस्टम पर 60% की केंद्रीय वित्तीय सहायता (CFA) दी जा रही है, जबकि 2 से 3 किलोवाट के सिस्टम पर 40% की CFA मिलेगी। इससे 1 किलोवाट सिस्टम पर 30,000 रुपये, 2 किलोवाट पर 60,000 रुपये और 3 किलोवाट या उससे अधिक के सिस्टम पर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी मिलेगी। इसके अलावा, इस योजना के तहत आपको 3 किलोवाट तक के सौर पैनल सिस्टम के लिए 7% की दर से कम ब्याज दर पर ऋण भी प्राप्त हो सकता है।
यह योजना कैसे करेगी काम?
Surya Ghar Yojana के तहत आपके घर पर सौर पैनल लगाने के बाद, आपकी बिजली की जरूरतें सौर ऊर्जा से पूरी होंगी। अगर आपकी खपत 300 यूनिट से कम है, तो आपको बिल नहीं भरना होगा। इससे बिजली की लागत में भारी कमी आएगी और आप अपने बिजली खर्च को नियंत्रित कर सकेंगे। इसके साथ ही, आपको बिजली वितरण कंपनी द्वारा निगरानी और नेटवर्क मीटर की सुविधा भी दी जाएगी ताकि आप आसानी से अपनी ऊर्जा खपत पर नज़र रख सकें।
योजना का व्यापक प्रभाव
Surya Ghar Yojana के तहत, सरकार का लक्ष्य है कि 30 गीगावाट तक की सौर क्षमता को आवासीय क्षेत्र में जोड़ा जाए। इससे 1000 बिलियन यूनिट बिजली उत्पन्न होगी और 720 मिलियन टन CO2 के बराबर उत्सर्जन में कमी आएगी। यह योजना न केवल उपभोक्ताओं को सस्ती और मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएगी, बल्कि देश को हरित ऊर्जा की दिशा में भी आगे बढ़ाएगी।
यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ पहुंचाएगी, बल्कि देश को स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग की ओर ले जाएगी